आरबीआई ने सभी बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों के लिए ईकेवाईसी (अपने ग्राहक को जानिए) अनिवार्य कर दिया है जो सभी कस्टमर की आइडेंटिटी और एड्रेस को वेरीफाई करके ट्रांजैक्शन को सुरक्षा प्रदान करता है अब आधार कार्ड से भी केवाईसी कराया जा सकता है वो भी बहुत आसानी से।
अगर आपने अभी तक अपना आधार ई-केवाईसी नहीं कराया तो 14 जून 2024 के भीतर करा लें, क्योंकि इस तिथि के बाद जिन लोगों का ई-केवाईसी नहीं हुआ होगा उनका आधार कार्ड सरकार द्वारा रद्द किया जा सकता है।
क्या है KYC ?
केवाईसी एक डिजिटल प्रक्रिया है जो एक संस्थान को निवेशक की पहचान और पते को प्रमाणित करने में सक्षम बनाता है। यदि आप बैंक में खाता खुलवाते हैं या फिर म्युचुअल फंड में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपना केवाईसी जमा करना होता है।
हालांकि किसी ग्राहक को केवल एक ही बार यह काम करना होता है वो है तब जब वह पहली बार निवेश करना शुरू करता है। आपको बता देन, इंडिया और आरबीआई में वर्ष 2002 में केवाईसी अस्तित्व में आया और फिर वर्ष 2004 में दिसंबर 2005 के भीतर सभी बैंकों के लिए सभी ग्राहकों का केवाईसी करना अनिवार्य कर दिया गया।
यह एक खास तरीका है जो सुनिश्चित करता है कि बैंकों का उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गतिविधियों के लिए नहीं किया जा सकता।
Aadhaar E-KYC Details
Aadhaar E-KYC व्यक्ति के पहचान सत्यापन का एक डिजिटल तरीका है जो इस प्रक्रिया में UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) द्वारा जारी आधार कार्ड की सहायता लेता है।
यह व्यक्ति को अपनी पहचान प्रमाणित करने एवं सेवा प्रदाताओं के साथ सुरक्षित माध्यम से एवं कुशलता पूर्वक अपनी जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी साझा करने की अनुमति प्रदान करता है।
आसान भाषा में कहें तो, ई- केवाईसी संबंधित व्यक्ति की पहचान प्रमाणीकरण प्रक्रिया है और यह दो तरीके से की जाती है पहला, बायोमेट्रिक और दूसरा, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में ओटीपी के माध्यम से।
अगर आपने पिछले 10 वर्षों में अपने आधार कार्ड का प्रयोग नहीं किया है तो आप तुरंत ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक जांच कंफर्मेशन) करा लें नहीं तो आपका आधार कार्ड निलंबित कर दिया जाएगा और यह कहीं मान्य नहीं होगा।
आधार ई–केवाईसी प्रक्रिया
आधार कार्ड का निर्माण बायोमेट्रिक सूचनाओं के माध्यम से होता है। जब व्यक्ति का आधार कार्ड बनता है तो उस समय उसके उंगलियां के निशान, चेहरे की तस्वीर और आंखों की पुतली के निशान समेत सभी जरूरी सूचनाएं ले ली जाती हैं इसलिए इसके माध्यम से केवाईसी करने में आसानी होती है।
आधार ई-केवाईसी करवाने के लिए आपको अपने नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाना होगा।
यहां आने के बाद आपको आधार सेवा केंद्र संचालक से आधार कार्ड ई-केवाईसी करने के लिए कहना होगा और उसे अपना आधार कार्ड देना होगा।
इसके बाद वे आपका बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन लेंगे और फिर आपका ई-केवाईसी कर देंगे।
ई केवाईसी के लाभ
UIDAI एकमात्र सुरक्षित चैनल के माध्यम से छेड़छाड़ ना होने वाले डिजिटल डॉक्यूमेंट्स को शेयर करता है, यदि आप कहीं पेपर/भौतिक डॉक्यूमेंट देते हैं तो उसमें छेड़छाड़ होने की संभावना रहती है लेकिन केवाईसी में ऐसी कोई गुंजाइश नहीं है।
यह आपकी पहचान और पते समेत सभी जानकारी को सुरक्षित एवं गोपनीय रखने में सहायक है, इसमें फेक डॉक्यूमेंट्स मिलने की भी कोई संभावना नहीं होती और इसका इस्तेमाल सर्विस प्रोवाइडर या आधार रखने वाले की सहमति के बिना नहीं किया जा सकता।
ई-केवाईसी पेपरलेस और ऑनलाइन प्रक्रिया है जो काफी आसान है और एक तरह से फ्री भी है। UIDAI द्वारा साझा की गई जानकारी में प्रामाणिक डेटा मौजूद होगा जो इसे लेनदेन में शामिल होने वाले व्यक्ति/समुदाय के लिए स्वीकार्य और कानूनी बनता है।